सर्वनाम किसे कहते हैं? Sarvanaam Kise Kahate Hai
संज्ञा शब्दों के स्थान पर इस्तेमाल होने वाले शब्दों को सर्वनाम कहा जाता है । सर्वनाम को जानने से पहले आपको यह पता होना चाहिए कि संज्ञा शब्द क्या है । सबसे पहले हम आपको बता दे संज्ञा की परिभाषा क्या है- जो शब्द किसी भी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, जाति, भाव, आदि के नामों को दर्शाते हैं उन्हें संज्ञा कहते हैं । उदाहरण- राम, नरेश, मीनाक्षी, बटुआ, कुर्सी, बाल, बालक, छात्र, कक्षा, गुलदस्ता, फूल, आदि ।
उदाहरण (वाक्य) संज्ञा में
मीनाक्षी कक्षा में प्रवेश कर रही है । मीनाक्षी ने अपनी अध्यापक से पूछे गए प्रश्न का जवाब दिया । मीनाक्षी आज खाने में रोटी सब्जी लाई है । मीनाक्षी की उम्र 10 साल है । मीनाक्षी अपने माता-पिता से बहुत प्यार करती है । मीनाक्षी की एक छोटी बहन है जो कि उससे 2 साल छोटी है । मीनाक्षी और उसकी बहन दोनों ही एक ही स्कूल में पढ़ती है ।
इन सभी बातों में बार-बार इस्तेमाल होने वाला शब्द है- मीनाक्षी । कहने का अर्थ यह है कि हम संज्ञा के शब्दों को बार बार इस्तेमाल नहीं कर सकते अर्थात वह बोलने में और दिखने में बुरा लगता है । किसी भी शब्द को दोबारा दोहराना ना पड़े इसके लिए हम सर्वनाम शब्दों का प्रयोग करते हैं । यदि इन वाक्यों को सर्वनाम में बदलना हो तो यह होगा (सर्वनाम में)-
मीनाक्षी कक्षा में प्रवेश कर रही है ।
उसने अपनी अध्यापक से पूछे गए प्रश्न का जवाब दिया ।
वह आज खाने में रोटी सब्जी लाई है ।
उसकी उम्र 10 साल है ।
वह अपने माता-पिता से बहुत प्यार करती है ।
उसकी एक छोटी बहन है जो कि उससे 2 साल छोटी है ।
वह और उसकी बहन दोनों ही एक ही स्कूल में पढ़ती है ।
आप इन सभी बातों को आपस में तुलना कर सकते हैं । इन वाक्यों में इस्तेमाल होने वाले शब्द जैसे कि उसने, वह, उसकी, उससे, आदि- यह सभी शब्द सर्वनाम शब्द है । इन सभी शब्दों को संज्ञा के शब्दों के स्थान पर इस्तेमाल किया गया है । कहने का अर्थ यह है कि किसी भी वाक्य में संज्ञा शब्द को दोहराना ना पड़े तो हम सर्वनाम शब्दों का इस्तेमाल करते हैं ।
सर्वनाम शब्द किसे कहा जाता है आइए जानते हैं इसकी परिभाषा
सर्वनाम एक विकारी शब्द है जो किसी भी संज्ञा शब्द के बदले में लिखा जाता है । जैसे कि, मैं, तू, यह, वह, इत्यादि । किसी भी वाक्य में इस्तेमाल किए गए यह शब्द संज्ञा के बदले में आते हैं अर्थात उन्हें सर्वनाम कहते हैं ।
सर्वनाम दो शब्दों से बना है- सर्व- जिसका अर्थ है सभी और नाम, इसका अर्थ बना- सभी का नाम ।
जिस प्रकार हर पदार्थ, जीवेत, अजीवेत, आदि के नाम होते हैं उसी प्रकार सर्वनाम भी उन नामों के बदले में इस्तेमाल किया जाता है । जिस प्रकार संज्ञा केवल किसी एक का ही होने का बोध कराती है उसी प्रकार सर्वनाम भी सबके नाम का बोध कराता है । उदाहरण, जब हम कहते हैं राधा गाना गाती है तो यहां केवल एक ही लड़की का बोध होता है जिसका नाम है राधा । लेकिन जब बहुत से नाम जैसे कि रमेश, सुरेश, राधा, प्रीति, सीता, गीता आदि अपने नाम का बोध करेंगे तो वह "मैं " का इस्तेमाल करेंगे ।
- इसी तरह बोलने वाला मनुष्य "मैं" का इस्तेमाल करेगा जो कि अनेक शब्दों में तुम या आप कहलाएगा।
- वहीं दूसरी और सुनने वाला मनुष्य "वह" या "वे" का प्रयोग करेगा ।
हिंदी में कुल मिलाकर 11 सर्वनाम मौजूद है जैसे कि मैं, तू, आप, यह, वह, कौन, क्या, सो, कोई, कुछ, आदि ।
प्रयोग के आधार पर सर्वनाम के 6 भेद है जिनमें मौजूद है-
- पुरुषवाचक सर्वनाम
- निजवाचक सर्वनाम
- निश्चयवाचक सर्वनाम
- अनिश्चयवाचक सर्वनाम
- संबंधवाचक सर्वनाम
- प्रश्नवाचक सर्वनाम
पुरुषवाचक सर्वनाम
पुरुषवाचक सर्वनाम 3 तरह के होते हैं- उत्तम पुरुष, मध्यम पुरुष, और अन्य पुरुष । इन सभी पुरुषवाचक सर्वनाम का उपयोग कहने वाले या बोलने वाले, सुनने वाले, अर्थात जिसके बारे में बात हो रही है उसके लिए किया जाता है ।
- उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम - मैं, मेरा, मुझे, हम, हमारा, हमें, हमको आदि।
- मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम - तू, तुम, तुम्हें, तुझे, तेरा, तुम्हारा आदि।
- अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम - वह, वे, उसका, उसने, उसको, उसे, उसमें, इन्होंने, उनका, उनको, आदि ।
उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम का प्रयोग कहने वाले या बोलने वाले इंसान के लिए किया जाता है । मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम का प्रयोग उसके लिए किया जाता है जो आपकी बात सुन रहा है अर्थात सुनने वाले के लिए मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम का प्रयोग होता है । अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम का प्रयोग वह होता है जिसके बारे में बात हो रही है अर्थात जो इस समय आपके बीच मौजूद नहीं है या फिर आप से दूरी पर बैठा है ।
निजवाचक सर्वनाम
जो सर्वनाम शब्द आपके निजता का बोध करवाते हैं उन शब्दों को निजवाचक सर्वनाम कहते हैं । उदाहरण मैं अपना कार्य खुद कर लूंगा । तुम उसकी शादी में अपने आप ही चले जाना । वह इस उम्र में स्वयं ही गाड़ी चला सकती है । इन सभी वाक्यों में इस्तेमाल होने वाले शब्द जैसे कि खुद, अपने आप, स्वयं- यह सभी निजवाचक सर्वनाम शब्द है ।
निश्चयवाचक सर्वनाम या संकेतवाचक सर्वनाम
जो शब्द किसी वस्तु, व्यक्ति, पदार्थ या किसी भी जीवित प्राणी, जानवर, आदि के होने का बोध कराएं जो कि आप से दूरी पर है उन शब्दों को निश्चयवाचक अर्थात संकेतवाचक सर्वनाम कहा जाता है ।
उदाहरण- यह लड़की मेरी बहन है ।
- वो लड़का जो जा रहा है वह चोर है ।
- यह किताब मेरी है ।
- ये घर मेरा है ।
अनिश्चित वाचक सर्वनाम
ऐसे शब्द जिनका प्रयोग अनिश्चित व्यक्तियों का बोध कराने के लिए किया जाता है उसे अनिश्चित वाचक सर्वनाम कहा जाता है । उदाहरण- मुझे वहां कुछ भी नहीं मिला । बाहर दरवाजे पर कोई खड़ा है । इन दोनों वाक्यों में इस्तेमाल होने वाले शब्द जैसे कुछ और कोई दोनों ही अनिश्चिता का बहुत करवाते हैं ।
संबंधवाचक सर्वनाम
जो सर्वनाम शब्द किसी दूसरे संज्ञा या सर्वनाम शब्द के साथ संबंध दिखाने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं उन शब्दों को संबंधवाचक सर्वनाम कहा जाता है । संबंधवाचक सर्वनाम शब्दों का प्रयोग 2 शब्दों को जोड़ने के लिए भी किया जाता है जैसे कि जो-सो, जिसकी-उसकी, जैसे-वैसे, जितना-उतना, आदि।
- जैसे ही तुम वहां पहुंचेंगे वैसे ही तुम्हें एक लाल रंग की दीवार दिखाई देगी ।
- जितना तुम खाओगे उतना ही तुम मोटे होते जाओगे ।
- जिसकी लाठी उसकी भैंस ।
- जो जैसा करता है सो वैसा भरता है ।
अभी वाक्यों में एक दूसरे के साथ संबंध बना हुआ है । हम यह कह सकते हैं कि जो सर्वनाम शब्द किसी वस्तु या व्यक्ति के संबंध को बताते हैं उन सभी शब्दों को संबंधवाचक सर्वनाम कहते हैं ।
प्रश्नवाचक सर्वनाम
ऐसे सर्वनाम शब्द जो किसी के प्रश्न का बोध कराएं, उन शब्दों को प्रश्नवाचक सर्वनाम कहा जाता है । उदाहरण- तुम यहां क्या कर रहे हो? तुम यहां किससे मिलने आए हो? इस शादी में तुम किसकी तरफ हो? तुम्हारे माता-पिता किस वर्ग से ताल्लुक रखते हैं?
इन सभी बातों में इस्तेमाल होने वाले शब्द जैसे कि क्या, किससे, किसकी, और किस- यह सभी शब्द प्रश्नवाचक सर्वनाम शब्द है ।
निष्कर्ष
हम आशा करते हैं कि आपको हमारा दिया गया लेख समझ आया होगा अर्थात आपके मन में उत्पन्न हो रहे सर्वनाम से जुड़े सभी प्रश्नों का जवाब आपको मिल गया होगा । हम यह भी आशा करते हैं कि अब तक आपको पता चल गया होगा कि सर्वनाम किसे कहते हैं, सर्वनाम की परिभाषा क्या है, सर्वनाम के उदाहरण क्या है, सर्वनाम के कितने भेद होते हैं अर्थात उन सभी भेदों की परिभाषा भी आपको मालूम पड़ गई होगी ।
यदि आपका इस परिभाषा से जुड़े किसी भी वाक्य, या शब्द से जुड़ा कोई प्रश्न है तो आप हमें लिखकर भेज सकते हैं । हम आशा करते हैं कि आपको हमारा यह लेख एक आसान लगा होगा अर्थात यह दी गई भाषा आपके मन मस्तिष्क को ज्ञान से भरपूर कर गई होगी ।
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