मेरा पढ़ाई में मन नहीं लगता क्या करूं? Mera Padhai Main Maan Nahi Lagta Kya Karu?

अपने अध्ययन पर ध्यान दें। यहां एकाग्रता पाने के उपाय दिए गए हैं:
1.अपनी पढ़ाई के लिए लक्ष्य निर्धारित करें: पहली चीजें पहले: अपने अध्ययन के उद्देश्यों को स्थापित करें और बुनियादी बातों से शुरू करें।
2. दिनचर्या बनाओ: टाइम टेबल बनाएं: टाइम टेबल को अपनी स्टडी टेबल पर रखें।टाइम टेबल के अनुसार अपनी दिनचर्या शुरू करें I जरूरत पड़ने पर ब्रेक लें। उस समय आप संगीत सुन सकते हैं या आराम भी कर सकते है I अपने पसंदीदा विषय के साथ अध्ययन शुरू करेंI
3. अपने दिन की शुरुआत मेडिटेशन से करें : ध्यान आपको स्वस्थ रहने में मदद करता है Iएक अच्छा स्वास्थ्य मन की सोचने की शक्ति को बढ़ाता है I पढ़ाई से पहले स्वस्थ रहना जरूरी है Iक्योंकि केवल एक अच्छा स्वास्थ्य व्यक्ति ही अच्छी तरह से अध्ययन कर सकता है Iस्वास्थ्य और अध्ययन दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए हैं Iअच्छी खाने की आदतें भी अच्छे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं।जंक फूड से हमेशा बचें Iस्वस्थ रहने के लिए हमेशा हरी सब्जियों और फलों को अपने आहार में शामिल करें।
4. स्वस्थ वातावरण: आसपास का माहौल भी अच्छा रखें।स्वयं के लिए प्रेरित रहें।ज्यादा चिंता न करें हमेशा खुश रहें।चिंता करना आपको अपने लक्ष्य से भटका सकता है।ब्रेक के दौरान वॉक के लिए जाएं।माता-पिता को भी अच्छे माहौल के लिए मदद करनी चाहिए I
5.नोट्स बनाएं और पढ़ें: पढ़ना कभी-कभी मन भर सकता है या उबाऊ हो सकता है। ऐसे में आपको पढ़ाई के दौरान अपने साथ एक नोटबुक रखनी चाहिए और उसमें अपनी पसंदीदा चीजों और महत्वपूर्ण दृश्यों को लिखना चाहिए। स्टडी नोट्स बनाएं और उन्हें आसान डायग्राम्स की मदद से व्यवस्थित करें। इससे पढ़ाई में आपकी रुचि बढ़ेगी।
6. विकर्षण कम करें: वाईफाई को बंद कर दें। मोबाइल से दूर रहें। बार-बार अभ्यास करें।अभ्यास हमेशा आत्मविश्वास बढ़ाता है।अपने प्रश्नों की सूची बनाएं और अपने दोस्तों से चर्चा करें। नियमित अध्ययन करें: नियमित अध्ययन आपको अद्यतन रखता है। यह आदत अधिक से अधिक अध्ययन करने के लिए प्रोत्साहित करती है। अध्ययन का अंतराल अध्ययन के लिए प्रोत्साहित नहीं कर सकता है। इसलिए नियमित अध्ययन करें और थके होने पर ब्रेक लें।
7. विषयों को पूरा करें: यदि आप कोई विषय शुरू करते हैं तो उसे पूरा करें। यदि आप बीच में छोड़ देते हैं तो यह आपको हतोत्साहित करेगा।
8. समाधान बच्चे को पीटना नहीं है।
जब उनके बच्चे स्कूल में दिलचस्पी नहीं लेते हैं, तो कुछ माता-पिता उन्हें पीटना शुरू कर देते हैं, जो कि गलत है। अगर बच्चे को पढ़ाई में दिक्कत हो रही है या कुछ समझ नहीं आ रहा है तो उस पर चिल्लाएं या मारें नहीं। इससे बच्चे में डर पैदा होता है और वह पढ़ाई से हाथ धोना शुरू कर देता है। इसलिए उसे प्यार से समझाएं और बोर होने पर उसे पढ़ाई के लिए फोर्स न करें। उसे जो कुछ भी करने दो I
9. माता-पिता अपने बच्चे की तारीफ करने से न डरें:
सभी को सराहना पसंद है, और माता-पिता के रूप में आपके लिए यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने बच्चों की प्रशंसा करें ताकि उन्हें प्रेरित किया जा सके।सकारात्मक पालन-पोषण और अपनी उपलब्धियों (बड़ी और छोटी दोनों) का जश्न मनाना ही हो सकता है कि उन्हें चलते रहने की आवश्यकता हो।
10. खेलने और पर्याप्त नींद लेने को महत्व दें:
अपने बच्चे की पाठ्येतर गतिविधियों और सोने की आदतों को नज़रअंदाज़ करना आसान है, लेकिन उनकी सफलता के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है।
11. माता-पिता को बच्चों के साथ उनके अध्ययन का ध्यान रखना चाहिए। उन्हें अपने अध्ययन कार्यक्रम की जांच करनी चाहिए। यदि आवश्यक हो तो माता-पिता को मदद करनी चाहिए।
12. छोटे-छोटे टुकड़ों में पढ़ाई करें: कभी-कभी लंबे समय तक पढ़ाई करना आपको बोर कर सकता है। इसलिए छोटे ब्रेक के साथ पढ़ाई करें। अंतराल में अपना पसंदीदा संगीत सुनें या टहलने जाएं। आपको जो अच्छा लगे वो करें। उसके बाद फिर से अपनी पढ़ाई शुरू करें।
13. अपने शिक्षक की सहायता लें: यदि कभी-कभी सहायता की आवश्यकता हो तो अपने शिक्षक की सहायता लें।
14. ऐसे लोगों को ढूंढना जो एक ही समय में एक ही सामग्री और विषयों का अध्ययन कर रहे हैं, काफी प्रभावी है:
खासकर यदि आप एक अच्छे एकल शिक्षार्थी नहीं हैं। एक या दो सहपाठियों के साथ अध्ययन का समय निर्धारित करें—समूह को छोटा रखें, और केवल विषय पर ध्यान केंद्रित करें। 20- से 25 मिनट का ब्लॉक आदर्श होगा। 5 मिनट का ब्रेक लें और 20 से 25 मिनट के ब्लॉक में पढ़ाई जारी रखें।
अगर आप सच में किसी चीज़ को पाना चाहते है, तो ये सब फ़िज़ूल के बहाने, जैसे कि समय नहीं मिलना, बहुत सारा काम है, मुझे याद नहीं रहता, आलस आता है, मन नहीं लगता—ये सब मायने नहीं रखते। ऐसे कैसे होता है कि एग्जाम के एक दिन पहले आप दस चैप्टर्स पढ़ के पूरा कर लेते है, और उसके पहले तक आपसे एक दिन में एक चैप्टर भी पढ़ा नहीं जाता?क्या अचानक से कोई अदृश्य शक्ति आ जाती है जो आपको पूरा सिलेबस एक दिन में पूरा करवा देती है, और जिसके अभाव में आप उसके पहले तक आलसी बने रहते है? क्या वीडियो गेम खेलते वक़्त, सोशल नेटवर्क पर घंटे बर्बाद करते वक़्त, अपने पसंदीदा हीरो या हीरोइन की फिल्म देखते वक़्त, या आजकल के किसी बकवास नेता का भाषण सुनते वक़्त भी आपका मन नहीं लगता?
अगर किसी भी चीज़ में मन नहीं लगता या आपके पास संसाधनों की कमी है, तो इसके लिए अलग उपाय की जरुरत है। लेकिन अगर ऐसा नहीं है, तो ये ‘मन ना लगना’ सिर्फ और सिर्फ एक बहाना है, जिसे आपने आपके भविष्य की विफलता को सही ठहराने के लिए बनाया है। इसलिए या तो उस क्षेत्र में अपना भविष्य बनाए जिसमे आपका मन लगता हो। या फिर हर तरह के बहाने को त्याग के पढाई में मन लगाए। भले ही मन लगाने के लिए, आपको अपना मोबाइल फ़ोन कचरे के डब्बे में फेंकना पड़े, किसी जानकार व्यक्ति के क़दमों में जाकर उनसे पढ़ने के लिए गिड़गिड़ाना पड़े, अपने रातों की नींद का डोज़ कम करना पड़े, हर एक खुराफ़ाती दोस्त से दूरी बनानी पड़े,
या इस दुनिया से कुछ समय के लिए सन्यास लेना पड़े।
Blog Source- www.finndit.com