कहानी लिखने के नियम क्या है? Kahani Likhne Ke Niyam Kya Hai
![](https://www.finndit.com/blog/assets/upload_file/blog/कहानी_लिखने_के_नियम_क्या_है.jpg)
आपने बचपन में अपनी किताबों में कई सारी कहानियां पढ़ी होंगी। हर कहानी में आपको एक नई सीख और नया आनंद मिला होगा। इसी प्रकार हिंदी जगत में कई सारी कहानियां पढ़ने को मिल जाती है। जिसके अलग अलग पात्र, शीर्षक, रस और निष्कर्ष होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं
यह कहानी लिखने वाला कौन है? और इन कहानियों को कैसे लिखा जाता है?
दरअसल, कहानियां लिखने वाले को कहानीकार कहा जाता है। जिन लोगों को कहानी लिखने का बेहद शौक होता है, वे लोग इसी क्षेत्र में अपना सुनहरा करियर भी बना लेते हैं। बेशक, कहानी लिखना एक कला है, जिसके लिए किसी एक भाषा पर पकड़ होना भी जरूरी है। इसी के साथ एक अच्छी कहानी लिखने के कुछ विशेष नियम भी बताए गए हैं। जिनके बारे में आज हम आपको बताने वाले हैं।
अतः यदि आप एक अच्छे कहानीकार बनना चाहते हैं और लोगों को अपनी कहानी के साथ जोड़ना चाहते हैं तो आज का आर्टिकल अंत तक जरूर पड़े।
कहानी अथवा कहानी लेखन क्या है?
कहानी लिखने के नियमों को जानने से पहले आपको यह कहानी के उचित अर्थ का पता होना चाहिए। दरअसल, जीवन की किसी भी घटना का अत्यंत रोचक ढंग से किया गया वर्णन ही कहानी कहलाता है। कहानियों का उद्देश्य मनोरंजन होता है लेकिन कहानियों के सार में कोई ना कोई अच्छी सीख छिपी होती है। जिसके चलते कहानियां बच्चों की ही नहीं बल्कि बुजुर्गों को भी बेहद पसंद आती हैं।
दोस्तों, प्रत्येक कला के अपने कुछ नियम होते हैं। उसी प्रकार कहानी लिखने की कला के भी अपने नियम हैं। जिसके बारे में हर कहानीकार को पता होना चाहिए। इन नियमो का पालन करने पर ही कोई कहानीकार अपनी कहानी को रोचक और शानदार बना सकता है। तो आइए जान लेते हैं, कहानी लिखने के उन सभी नियमों के बारे में…
1. उचित शीर्षक का चुनाव
किसी भी विषय पर लिखने से पहले उस विषय का शीर्षक तैयार करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इसी प्रकार कहानी को लिखते समय भी उसका शीर्षक तैयार करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। हालांकि प्रत्येक कहानीकार अपनी कहानी का शीर्षक तैयार करता है। लेकिन कहानी लिखने के नियमों में शीर्षक का आकर्षक और उचित लिखा जाना आवश्यक है। अतः आप यदि आप एक श्रेष्ठ कहानीकार करना चाहते हैं तो कहानी लिखने के इन नियमों का पहला नियमित रूप से याद रखना आवश्यक है। इस प्रकार आप जिस भी तरह की कहानी लिखते हैं उसके लिए एक ऐसा शीर्षक चुनना अथवा बनाना चाहिए था जो कहानी पढ़ने वाले को आकर्षक लगे और कहानी के शीर्षक को पढ़कर ही कहानी के शीर्षक को पढ़कर ही वह संपूर्ण कहानी का अथवा संपूर्ण कहानी के विषय का अनुमान उचित उचित लगा ले।
2. कहानी के पात्रों की उचित भूमिका
यदि हम कहानी लिखने के दूसरे नियम की बात करें तो
3. कहानी के विवरणों की सूची बनाएं
एक कहानीकार अपनी कहानी में जो जो विवरण शामिल करना चाहता है उसकी एक सूची अवश्य बनाए। कहानी लिखते समय यह सूची आपके लिए बेहद लाभकारी साबित होगी। जब आप किसी कहानी की शुरुआत करते हैं तो कुछ विवरणों को भूल सकते हैं लेकिन जब आपने उन विवरणों की सूची बना रखी होगी तो आप उसे देखकर अपनी कहानी को सरलता से आगे बढ़ा सकते हैं।
4. कहानी की शुरुआत रोचक व आकर्षक हो
कहानी लिखने का सबसे महत्वपूर्ण नियम है कि कहानी की शुरुआत रोचक व आकर्षक हो। जब कोई पाठक कहानी को पड़ता है तो कहानी के एक आधे पन्ने से ही वह कहानी के पात्रों के साथ जुड़ जाता है। इस प्रकार यदि कहानी शुरुआत से ही रोचक रहेगी तो पाठक उसे अंत तक पढ़ने के लिए जिज्ञासु भी रहेगा। इस प्रकार आप की कहानी को अंत तक पढ़ने की रुचि लोगों में बनी रहेगी।
5. कहानी को कला के रूप में लिखें
निसंदेह कहानी लिखना भी एक कला है। कहानी को लिखते समय आपको इस कला का प्रयोग अच्छी तरह से करना चाहिए। कहानी लिखने की इस कला में जिस भी नियम का उल्लेख किया गया है उसका प्रयोग करके ही कहानी को लिखा जाना चाहिए।
6. कहानी लिखने को प्राथमिकता दें
निसंदेह इस भागदौड़ भरी जिंदगी में कहानी लिखने के लिए फुर्सत भरा समय निकालना काफी मुश्किल होता है। लेकिन अगर आप एक अच्छी कहानीकार बनना चाहते हैं तो आपको अपना अधिकांश समय कहानी लेखन में लगाना चाहिए। यदि आप कहानी लिखने के लिए उचित समय को चुनते हैं तो आप अपनी कहानी को सुंदर ढंग से प्रस्तुत कर पाएंगे। कहानी लेखन के लिए एक निश्चित समय निकालना और रुचि को बढ़ाना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
7. समय का सदुपयोग करें
एक कहानी लिखने वाले को अपने समय का सही उपयोग करना आना चाहिए। यदि आप कहानी लेखन में ही अपना भविष्य बनाना चाहते हैं तो आप अपने समय का सदुपयोग करना चाहिए।अपना अधिक से अधिक समय कहानी लेखन में और कहानी पढ़ने में निकालना चाहिए। ऐसा करने से आप कहानी लेखन के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे।
8. कहानी की भाषा सरल और सहज
कहानी लिखने का एक अन्य नियम है कहानी की भाषा। कहानी लिखते समय कहानी की भाषा का उचित ज्ञान और उचित प्रयोग होना अत्यंत आवश्यक है। एक कहानीकार जिस भी भाषा में कहानी लिख रहा है उसी उस भाषा का उचित ज्ञान होना चाहिए। इसके साथ ही उसे कहानी लिखते समय भाषा को सरल और समझने योग्य लिखनी चाहिए।
9. अधिक से अधिक कहानियों को पढ़ना शुरू करें
कहानी लिखने के नियमों में सबसे महत्वपूर्ण है अधिक से अधिक कहानियों को पढ़ना। कहानियां लेखकों को प्रभावित करती हैं। यदि आप अन्य लेखकों द्वारा लिखे गए लेखों को पढ़ते रहते हैं तो आप उनके विचारों को भी ग्रहण कर सकते हैं और उन्हें अपने अनुरूप प्रस्तुत कर सकते हैं। अधिक से अधिक लेख और कहानियां पढ़ने से आपके ज्ञान और भाषा शैली में भी विकास संभव है। आप जितनी अधिक कहानियां पड़ेंगे आपकी कहानी लिखने की कला उतनी ही अच्छी होती चली जाएगी क्योंकि कहानियां पढ़ने से आपको उच्च अनुभव प्राप्त होगा।
10. कहानी लिखने के लिए शांत जगह का चयन करें
किसी भी कहानी को लिखते समय आपको एक शांत स्थान चुनना चाहिए। एकांत भरी जगह पर आप अपनी कहानी के विषय में अच्छे से विचार कर सकते हैं। इसके अलावा शांत जगहों पर आप अपनी कहानी को पूर्ण करने तक उस कहानी और उसके पात्रों से जुड़े रहेंगे। इस प्रकार, आप की कहानी जल्दी और उचित रूप से पूर्ण होगी।
अधिक जानकारी के लिए पधारें www.finndit.com