जनरल में कौन-कौन सी जाति आती है?

भारत में जाति व्यवस्था एक जटिल और बहुआयामी सामाजिक व्यवस्था है। जाति एक व्यक्ति की सामाजिक स्थिति और पहचान को निर्धारित करती है। भारतीय संविधान में जाति के आधार पर भेदभाव को समाप्त करने के लिए प्रावधान किया गया है।
भारत में जाति व्यवस्था को चार मुख्य श्रेणियों में विभाजित किया जाता है:
सवर्ण: ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, और शूद्र।
अनुसूचित जाति (SC): भारत के मूल निवासियों को अनुसूचित जाति के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। अनुसूचित जाति के लोग सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े हुए हैं।
अनुसूचित जनजाति (ST): भारत के आदिवासी लोगों को अनुसूचित जनजाति के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। अनुसूचित जनजाति के लोग भी सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े हुए हैं।
पिछड़ा वर्ग (OBC): पिछड़े वर्ग उन लोगों को कहा जाता है जो सवर्ण और अनुसूचित जाति/जनजाति के बाहर आते हैं। पिछड़े वर्ग के लोग भी सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े हुए हैं।
जनरल श्रेणी
जनरल श्रेणी में वे लोग आते हैं जो किसी भी सरकारी आरक्षण के लिए योग्य नहीं हैं। जनरल श्रेणी के लोगों को सरकारी नौकरी, शिक्षा, और अन्य लाभों के लिए समान अवसर मिलते हैं।
जनरल श्रेणी में आने वाली जातियां
जनरल श्रेणी में आने वाली जातियों की एक निश्चित सूची नहीं है। यह सूची राज्य और क्षेत्र के आधार पर अलग-अलग होती है। हालांकि, आम तौर पर, जनरल श्रेणी में आने वाली जातियों में निम्नलिखित शामिल हैं:
सवर्ण जातियां: ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, और शूद्र।
पिछड़े वर्ग: जो लोग किसी भी पिछड़ा वर्ग सूची में शामिल हैं।
अन्य जातियां: जो लोग किसी भी सरकारी आरक्षण के लिए योग्य नहीं हैं।
जनरल श्रेणी में आरक्षण
भारतीय संविधान में जाति के आधार पर भेदभाव को समाप्त करने के लिए प्रावधान किया गया है। हालांकि, कुछ मामलों में, सरकारी नौकरी और शिक्षा के लिए जाति के आधार पर आरक्षण की अनुमति दी जाती है।
जनरल श्रेणी के लोगों के लिए आरक्षण के लिए निम्नलिखित दो मुख्य आधार हैं:
आर्थिक आधार: आर्थिक रूप से पिछड़े हुए लोगों के लिए आरक्षण।
सामाजिक आधार: सामाजिक रूप से पिछड़े हुए लोगों के लिए आरक्षण।
जनरल श्रेणी के लोगों के लिए आरक्षण के उदाहरण
आर्थिक आधार पर आरक्षण: आर्थिक रूप से पिछड़े हुए वर्गों (EWS) के लिए सरकारी नौकरी और शिक्षा में आरक्षण।
सामाजिक आधार पर आरक्षण: अनुसूचित जाति/जनजाति के लोगों के लिए सरकारी नौकरी और शिक्षा में आरक्षण।
निष्कर्ष
जनरल श्रेणी भारत में जाति व्यवस्था की एक महत्वपूर्ण श्रेणी है। जनरल श्रेणी के लोगों को सरकारी नौकरी, शिक्षा, और अन्य लाभों के लिए समान अवसर मिलते हैं। हालांकि, कुछ मामलों में, सरकारी नौकरी और शिक्षा के लिए जाति के आधार पर आरक्षण की अनुमति दी जाती है।