भारत का राष्ट्रपति कौन है? Bharat Ka Raashtrapati Kon Hai
भारत के 15th राष्ट्रपति (राष्ट्रपति 2023) का नाम द्रौपदी मुर्मू है ।
परिचय
आज हम इस लेख में आपको बताएंगे कि भारत के राष्ट्रपति कौन है अर्थात 2023 में भारत के राष्ट्रपति का नाम क्या है । अगर आप भारत जैसे देश में रहते हैं तो यह जानना बहुत जरूरी है कि भारत के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उप प्रधानमंत्री, अर्थात सभी मंत्रियों के नाम का ज्ञान होना चाहिए ।
इस लेख में हम बात करेंगे कि भारत के 2023 में मौजूदा राष्ट्रपति कौन है । पूरी दुनिया में बहुत से ऐसे राज्य प्रदेश हैं जहां राष्ट्रपति के हाथ में बहुत ही शानदार या अधिक संवैधानिक शक्तियां होती हैं । परंतु भारत एक ऐसा देश है जहां प्रधानमंत्री के पास सबसे अधिक संवैधानिक शक्तियां मौजूद होती है । इसके पीछे का कारण आप कह सकते हैं कि पहले के जमाने में भारत ब्रिटिश गवर्नेंस का चेला था । यही कारण है कि आज ब्रिटेन में भी राष्ट्रपति से ज्यादा प्रधानमंत्री के पास संवैधानिक शक्तियां मौजूद है ।
भारत में सरकारी भागदौड़ प्रधानमंत्री के हाथ में ही मौजूद रहती है । साथ ही देश से संबंधित छोटे-बड़े आड़े-टेढ़े सभी निर्णय प्रधानमंत्री द्वारा ही लिए जाते हैं । वहीं दूसरी ओर संविधानिक शक्तियों से परे होकर देखा जाए तो सबसे बड़ी पदवी राष्ट्रपति की मानी जाती है । भारत जैसे देश में राष्ट्रपति एक मुखिया व प्रथम नागरिक कहलाता है ।
भारत में राष्ट्रपति की पदवी
भारत में राष्ट्रपति का चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से होता है अर्थात राष्ट्रपति का चुनाव साधारण जनता नहीं कर सकती । भारत जैसे देश में राष्ट्रपति का चुनाव सांसदों और विधायकों के वोटों से किया जाता है । एक राष्ट्रपति की पदवी 5 साल तक सक्रिय रहती है अर्थात जब तक उस राष्ट्रपति को दुबारा चुनाव में नहीं वोट दिया जाएगा तब तक वह 5 साल तक ही राष्ट्रपति बना रहता है । आजादी के बाद से भारत में अब तक 15 राष्ट्रपति चुने जा चुके हैं ।
आजादी के बाद बने संविधान के अनुच्छेद 56(1) के तहत भारत में राष्ट्रपति का कार्यकाल केवल 5 साल तक मौजूद रहता है । इसका अर्थ यह है कि कोई भी मनुष्य जिसे राष्ट्रपति चुना गया है, पद ग्रहण करने के बाद से लेकर अगले 5 साल तक उसकी पदवी उसी मनुष्य की रहती है जब तक 5 साल बाद किसी और को चुनाव में खड़े होने का मौका नहीं मिलता अर्थात उसको वोट नहीं दिए जाते ।
वहीं दूसरी और अनुच्छेद 62 के अनुसार राष्ट्रपति का कार्यकाल समाप्त होने से पहले ही चुनाव के जरिए अगले राष्ट्रपति को चुन लिया जाता है ।
वर्तमान 2023 में भारत के राष्ट्रपति
जैसा कि हम सब जानते हैं कि वर्तमान में 2023 चल रहा है और 2023 में भारत के राष्ट्रपति का नाम श्रीमती द्रौपदी मुर्मू है । श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी ने 25 जुलाई 2022 को 15 राष्ट्रपति के रूप में अपनी पदवी ग्रहण करी । आपको यह बता दें कि द्रौपदी मुर्मू भारत की पहली ऐसी महिला है जो कि आदिवासी कुल से नाता रखती है और दूसरी महिला राष्ट्रपति भी है । श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को भारतीय जनता पार्टी द्वारा चुना गया था । इनका जन्म 20 जून 1958 को भारत के राज्य ओड़िशा में मयूरभंज जिले में एक आदिवासी परिवार में हुआ था । श्रीमती मुर्मू के पिताजी का नाम बिरांची नारायण टुडू अपने जमाने में गांव के मुखिया रहा करते थे ।
भारत के वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपनी प्राथमिक शिक्षा अपने घर के पास गांव में ही प्राप्त की । प्राथमिक शिक्षा पूरी होने के बाद उन्होंने रामा देवी महिला कॉलेज में एडमिशन लिया जहां से उन्होंने सनातन की डिग्री हासिल करी । रामा देवी महिला कॉलेज भुवनेश्वर में स्थित है । जो लोग नहीं जानते हम उनको बता दे कि श्रीमती द्रौपदी मुर्मू पहली बार राजनीति में राष्ट्रपति पद पर नहीं चुनी गई है अर्थात यह पहले 2015 से 2021 तक महिला राज्यपाल के रूप में काम कर चुकी है ।
2023 से पहले भारत के पूर्व राष्ट्रपति
श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति पद ग्रहण करने से पहले भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद थे । श्रीमान रामनाथ कोविंद ने 2017 को अपना कार्यभार संभाला । श्रीमान रामनाथ कोविंद का जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के परौख नामक गांव में हुआ था जहां उन्होंने 1 अक्टूबर 1955 में जन्म लिया ।
रामनाथ कोविंद जी ने अपनी पढ़ाई एक मान्यता प्राप्त कॉलेज में की । उन्होंने बी.कॉम. और एल.एल.बी की डिग्री हासिल करी । जैसा कि राजनीति में आए हर मनुष्य के साथ होता है, रामनाथ कोविंद ने भी अपने करियर की शुरुआत दिल्ली उच्च न्यायालय में वकालत से प्रारंभ की । इसके बाद वह केंद्र सरकार के वकील के रूप में पदवी पर बने रहे ।
8 अगस्त 2015 में, रामनाथ कोविंद को बिहार के राज्यपाल के रूप में चुना गया, जहां रहते हुए इन्होंने अपने कार्य को निष्ठा से संपूर्ण किया । इस परिणाम स्वरुप वह भारतीय जनता पार्टी की ओर से राष्ट्रपति के पद के लिए उम्मीदवार घोषित किए गए ।
राष्ट्रपति पद के लिए रामनाथ कोविंद दूसरी उम्मीदवार मीरा कुमारी के खिलाफ खड़े हुए । रामनाथ कोविंद ने मीरा कुमारी से लगभग 3,00,000 वोट अधिक कमाए । इसके बाद रामनाथ कोविंद को 25 जुलाई 2017 को भारत के 14वे राष्ट्रपति के रूप में अपनाया गया अर्थात इन्होंने शपथ ग्रहण की । जो लोग नहीं जानते हम उन्हें यह भी बता दें कि रामनाथ कोविंद भारतीय जनता पार्टी के दलित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं- जहां उन्होंने अपना कार्य पूरी निष्ठा व प्रेम से संभाला है ।
भारत के प्रथम राष्ट्रपति को कब चुना गया था अर्थात उनका नाम क्या है?
भारत के प्रथम राष्ट्रपति को 26 जनवरी 1950 में चुना गया था अर्थात उनका नाम है डॉ राजेंद्र प्रसाद । डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद का जन्म 3 दिसंबर 1884 को भारत के राज्य बिहार की राजधानी पटना में हुआ था । 26 जनवरी 1950 के बाद से, डॉ राजेंद्र प्रसाद ने लगभग 12 वर्षों से अधिक समय के लिए राष्ट्रपति की पदवी संभाली है ।
अपने राष्ट्र जीवन के दौरान, डॉ राजेंद्र प्रसाद ने कलकत्ता में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से वार्षिक बैठक को एक सक्रिय सदस्य की तरह संभाला है । पंडित जवाहरलाल नेहरू ने डॉ राजेंद्र प्रसाद को कैबिनेट मंत्री के तौर पर खाद एवं कृषि विभाग में कार्यकाल सौंपा तथा इसके साथ ही डॉ राजेंद्र प्रसाद को भारत के “संविधान के अध्यक्ष” के रूप में नियुक्ति दी गयी ।
आजादी के बाद से (1950 से 2023 तक) अब तक के राष्ट्रपति
भारत के संविधान के मुताबिक अनुच्छेद 56 के अनुसार राष्ट्रपति का कार्यकाल 5 वर्ष तक ही माना गया है । आजादी के बाद से गवर्नर जनरल ऑफ इंडिया के पद को दरखास्त करते हुए राष्ट्रपति के पद की शुरुआत की गई । जहां एक तरफ संसद के सदस्यों का चुनाव आम जनता करती है वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रपति पद का चुनाव संसदीय सदस्य करते हैं । राष्ट्रपति का चुनाव सभी प्रदेशों के विधानसभा के सदस्य एवं संसद सदस्य मिलकर करते हैं । राष्ट्रपति अपने पद की शपथ पूरे देश के मुख्य न्यायाधीश अर्थात सुप्रीम कोर्ट के जज के सामने लेता है ।
भारत के संविधान के लेख के बाद से यानी कि 1950 से लेकर अब तक 2023 तक कुल 15 राष्ट्रपति रह चुके हैं । जहां देश के भूतपूर्व राष्ट्रपति का नाम रामनाथ कोविंद है वहीं दूसरी ओर देश के वर्तमान 2023 में मौजूदा राष्ट्रपति का नाम श्रीमती द्रौपदी मुर्मू है ।
भारत की पहली एवं प्रथम महिला राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा पाटिल रह चुकी है । श्रीमती प्रतिभा पाटिल ने राष्ट्रपति के 12वीं पद को संभाला । इन्होंने 2006 में राष्ट्रपति के रूप में अपनी शपथ ली । श्रीमती प्रतिभा पाटिल महाराष्ट्र की एक छोटे से गांव की रहने वाली थी ।
क्र. | राष्ट्रपति नाम | कार्यकाल |
1. | डॉ. राजेंद्र प्रसाद | 1950 - 1962 तक |
2. | डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन | 1962 - 1967 तक |
3. | डॉ. जाकिर हुसैन | 1967 - 1969 तक |
वी.वी. गिरि (कार्यवाहक अध्यक्ष) | 1969 - 1969 तक | |
मोहम्मद हिदायतुल्ला (कार्यवाहक अध्यक्ष) | 1969 - 1969 तक | |
4. | वी.वी. गिरि | 1969 - 1974 तक |
5. | फखरुद्दीन अली अहमद | 1974 - 1977 तक |
बसप्पा दानप्पा जट्टी (कार्यवाहक अध्यक्ष) | 1977 - 1977 तक | |
6. | नीलम संजीव रेड्डी | 1977 - 1982 तक |
7. | ज्ञानी जेल सिंह | 1982 - 1987 तक |
8. | आर.वेंकटरमन | 1987 - 1992 तक |
9. | शंकर दयाल शर्मा | 1992 - 1997 तक |
10. | के.आर. नारायणन | 1997 - 2002 तक |
11. | एपीजे अब्दुल कलाम | 1992 - 1997 तक |
12. | प्रतिभा पाटिल | 2007 - 2012 तक |
13. | प्रणव मुखर्जी | 2012 - 2017 तक |
14. | रामनाथ कोविंद | 2017 - 2021 तक |
15 | द्रौपदी मुर्मू | 2022 - वर्तमान तक |
निष्कर्ष
ऊपर दिए गए लेख में हमने प्रथम राष्ट्रपति, मौजूदा राष्ट्रपति, पहली महिला राष्ट्रपति, एवं पूर्व राष्ट्रपति सभी की जानकारी दी है । हमने इस चीज की भी जानकारी दी है कि भारत में 1950 के बाद से 2023 यानी कि वर्तमान तक कितने राष्ट्रपति चुने गए हैं ।
हम आशा करते हैं कि आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा अर्थात राष्ट्रपति से जुड़े आपके सभी सवाल हल हो चुके होंगे । धन्यवाद ।
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